जनहित को सूचित किया जाता हैं की यह ब्लॉग केवल हसी मज़ाक के लिए इसमे लिखी गयी सच हैं मगर दिल पर लेनी की कोशिश मत ही करिएगा हो सकता हैं आपका हार्ट फैल हो जाए- आज्ञा से अजय पाण्डेय

बुधवार, 12 जनवरी 2011

बनारस के अस्सी घाटों का राजा या चोर??

आज मैं आपको अपने ऐसे महान senior से मिलवाना चाहता हूँ जो वास्तव में परम भोकाली, फाड़ और चीता  हैं |  आपको याद होगा आपको शुरुवात में ऐसे तीन महापुरुष गिनवाये थे जो की हमारे कॉलेज के महा भोकाली लोगो में थे | अगर आपने वो न पढ़ा हो या न याद आ रहा हो तो पढ़े " यार बोवलिंग करने की डॉक्टर ने मना किया हैं" | तो एक को तो मैं पहले ही निपटा चुका हूँ| दूसरे को आज निपटाउंगा | तो आइये आपको बताता हूँ आखिर ये किस्सा हुआ कैसे  |

भाई हमारे मौर्या सर की हमेशा से ही आदत थी branded पहने की |  भले ही की चोर बाज़ार से मारा हो लेकिन भाव ऐसा दे की जैसे अभी Showroom से लाये हो | और बात भी थी जब भी मिलो कभी ADIDAS तो कभी LEVI 'S | लेकिन मामला ये होता तो भी ठीक था मगर आप को लगता हैं  ऐसा होगा ? नहीं |  भाई इनको देखकर मुझे भी लगा हा यार brand नाम की कोई न कोई चीज़ तो होती हैं और smart बनने के लिए ब्रांड जरूरी  हैं | तो एक दिन की बात है मैं mess में बैठे रात का भोजन कर रहा था तब तक हमारे परम भोकाली महा फाड़ चीता MR . RajniKant Maurya आ गए | अब क्या था अकेले पा कर मैं इनसे पूछने लगा की सर बता दो आपकी style का राज़ क्या हैं |

पहले तो इन्होने वही पुराना भाव मारा लेकिन में इतना भी चू*** थोड़ी न था | जब इनको लगा की लौंडा थोडा समझदार हैं तो कहते है की यार पालिका से लिया है लेकिन खरीदना भी एक कला होती हैं एक Art होती हैं | ये बात तो मानने वाली थी | मगर तभी कहानी में TWIST | सामने से नेता आ रहा था (नेता के बारे में जानने के लिए पढ़िए "हेल्लो में अभी केक खा के आता हूँ")| अब नेता को देखकर मौर्या सर की सिट्टी पिट्टी गम हो गयी वो  तो समझ गए की भैया निकल लो नहीं तो पूरी पोल खुल जाएगी | वैसे देखा जाये तो नेता भी शक्ल से सिविल इंजिनियर लगता था तो मैंने उसको भी बुला लिया ताकि वो भी थोड़ी बहुत स्टाइल कर लिया करे |

मगर जैसा की मैंने बोला था कहानी में TWIST ... मौर्या  सर का शक सही था | अब नेता उससे पहले की उनकी पोल खोलता वो मुझसे कहने लगे कहा यार ऐसे चिलारो को बुला लेते हो | अब उस समय मुझे तो पता नही था बात क्या थी मगर जो बात थी वो बहुत मजेदार थी | नेता के आते ही मौर्या सर ने Topic बदल दिया | अब मुझे तो मालूम नही था की उन्होंने ऐसा क्यूँ करा इसीलिए मैंने नेता के सामने बोल दिया ," यार नेता देखो न मौर्या सर का स्टाइल कितना गजब हैं हर समय branded ही रहते हैं" | और उसके बाद जो नेता ने बताया तब में समझ गया मौर्या सर क्यूँ भागना च रहे थे |

हुआ ये की नेता ने उनकी पोल खोल दी | नेता ने बताया की ये कपड़े कही से खरीद कर नही बल्कि बनारस के घाटों से चोरी कर के लाते थे | इनके बनारस में पूरा gang लगा था इस काम के लिए | ये सुबह या शाम के समय निकलते थे अपनी टोली ले कर और पहुँच जाते थे अंग्रेजो के पास | अब कुछ लोग अंग्रेजो को बेवकूफ बनाकर उनको गंगा जी में नहाने भेज देते थे बाकि उनके कपड़े गायब करते थे इसीलिए  तो इनके पास हर समय ADDIDAS और LEVI "S की भरमार थी | और इसीलिए शायद वो अपने आपको बनारस के आसी घाटों का राजा कहते थे |

ये सुनने के बाद तो जैसे ........ आगे मुझे लिखने की जरूरत नहीं है वो आप मौर्या सर से मिल ली जियेगा वो बतादेंगे उनको कैसा लग रहा था और मुझे कैसा :-) | धन्यवाद |

3 टिप्‍पणियां: