जनहित को सूचित किया जाता हैं की यह ब्लॉग केवल हसी मज़ाक के लिए इसमे लिखी गयी सच हैं मगर दिल पर लेनी की कोशिश मत ही करिएगा हो सकता हैं आपका हार्ट फैल हो जाए- आज्ञा से अजय पाण्डेय

सोमवार, 20 दिसंबर 2010

मेरे हॉस्टल में माँ बहन

अपनी हॉस्टल लाइफ के शुरू के दिनों का एक और दर्दनाक किस्सा आपके सामने पेश करना चाहता हूँ । वैसे मेरे लिए तो ये मजाक की बात थी लेकिन कुछ लोगो की ये बात भूले नहीं भूलती। कैसे और क्यूँ ? आइये देखते हैं!!!

बचपन से कभी अकेले सोने की आदत नही थी इसीलिए हॉस्टल में भी अधिकतर मैं जोशी के साथ सो जाया करता था। एक सुबह उठा तो वरुण कहता हैं " यार पाण्डेय कल पंगा हो गया । कल साजिद से थोड़ी बहस हो गयी।" हुआ ये था की KT और वरुण हमेशा की तरह आपस में लड़ रहे थे वो भी एक दूसरे पर चप्पल फ़ेंक फ़ेंक कर। मैंने भी कहा,"चल कोई बात नही यार ज्यादा से ज्यादा वो चपरासी कर क्या लेगा। " और ये कह कर हमने ये बात हसी में टाल दी। पर हमे क्या मालूम था की अभी मुसीबत तो आनी बाकी हैं।

सुबह का समय था। उस दिन हमारा PHYSICS का mid sem था। तभी अचानक lobby में एक चपरासी आता हैं और कहता हैं अभी कोई नहीं जायेगा अनंत सर आ रहे (अनंत हमारा चीफ वार्डेन हैं)। मैंने वरुण से पूछा ये क्या करने आ रहा हैं अभी । वरुण बड़ी मौज में आकर कहता हैं अबे यार physics का HOD होगा हमे नोट्स देने आ रहा हैं । अभी हम तैयार ही हो रहे थे की तब वो lobby में आ गया । मैं बहार निकला तो सीधे मुझसे पूछता हैं की room no. ३ कौन सा हैं। मैंने सीधे अपने रूम की तरफ इशारा कर दिया। उसके बाद तो जो हुआ की मैं आपको क्या बताऊ । वो सीधे रूम में घुसा और वरुण को गर्दन से उठा कर पटक दिया । वरुण का तो चेहरा पिला और पैंट गिला हो गया। यह देख कर मुझे वरुण की नोट्स वाली बात याद आ गयी। मगर छोडिये मैं क्या बोलू । मेरा बोलना जले पर नमक की तरह काम करेगा।

इतना ही होता तो ठीक था। मगर पिक्चर तो अभी बाकी थी मेरे दोस्त। अनन्त चिलाते हुए बाहर आया और दूसरे launde के बारे में पूछने लगा। अब आपको क्या बताये की वो दूसरा खुशनसीब कौन था। हाँ आपने सही पहचाना अपना मंदिर का घंटा KT भाई। KT को देखते ही मानो वो बौरा सा गया। मानो स्वयम काली जी आ गयी हो। अब उसके बाद क्या बताऊ उसने KT की जो धुलाई की हैं न उससे KT की काली ...... निकल गयी। हमारे वार्डेन को तो कुछ सूझ ही नही रहा था। वो तो kT को बस ठासता ही जा रहा था और चिल्लाता जा रहा था ," मेरे हॉस्टल में माँ बहन करोगे ?"

यही कम नही था KT की मौज लेने के लिए की अचानक से अनन्त ने बोल दिया बता तेरे बाप क्या करते हैं। अब तो मेरी चीखे ही निकल गयी क्यूंकि KT के बाप police में थे और ये सुन कर अनंत KT को और मरता। समझदारी KT ने भी दिखाई और कुछ न बोला। मगर अनन्त तो रुक ही नही रहा था वो तो उसको धोबी की तरह धुलता जा रहा था। मरता क्या न करता KT ने बोल ही दिया की उनके बाप police में हैं। सही बताऊ भले पहले मेरी फट रही हो मगर उस समय मुझे हसी आ गयी। और आपको क्या बताऊ मेरा सोचना सही था । ये सुनते ही KT दो कंटाप और पाया स्पेशल।

जब अनंत मरते मरते थक गया तब KT को ऐसे ही छोड़ कर चला गया और उसके एक हफ्ते तक KT की क्या मजाल जो हॉस्टल में माँ बहन करदे। यहाँ तक अनंत का नाम सुनकर तो बाथरूम में छुप जाता था। तो कैसा लगा आपको ये किस्सा जरूर बताइए। धन्यवाद।

1 टिप्पणी: