जनहित को सूचित किया जाता हैं की यह ब्लॉग केवल हसी मज़ाक के लिए इसमे लिखी गयी सच हैं मगर दिल पर लेनी की कोशिश मत ही करिएगा हो सकता हैं आपका हार्ट फैल हो जाए- आज्ञा से अजय पाण्डेय

सोमवार, 13 दिसंबर 2010

यह ब्लॉग क्यूँ ???

सबका ब्लॉग लिखने से पहले कोई न कोई कारण जरूर होता हैं । कोई पैसा कमाना चाहता हैं तो कोई पब्लिसिटी पाना । उसी तरह मेरा भी एक कारण हैं । मैं यह ब्लॉग अपने दोस्तों को समर्पित करना चाहता हू क्यूंकि यह ब्लॉग उन्ही का हैं । इस ब्लॉग में हैं कुछ बातें , कुछ किस्से , कुछ यादें जो मुझसे और मेरे दोस्तों से जुडी हुई हैं। वैसे तो मैंने और मेरे दोस्तों ने जिन्दगी भर साथ निभाने का वादा किया था मगर कुछ कारणों से में यह वादा पूरा न कर पाया और उनसे जुदा हो गया । मैं उनसे बस यही गुज़ारिश करूँगा की मुझे माफ़ करदें और यह याद रखें की दूरिया जितनी भी हो पर हम सब साथ हैं और रहेंगे ।

ज्यादा हो गया शायद । आपको बता दू यह ब्लॉग मैंने इस लिए लिखा हैं ताकि आप मुझे ये न समझे की मैं आप लोगो को भूल गया हूँ और हा तैयार हो जाइये कुछ नयी नयी बाते सुनने को। और हा एक और बात याद रखियेगा मैं किसी को नही छोडूंगा । तो दूसरा का किस्सा पढ़ कर खुश मत होना हो सकता हैं अगला नंबर आपको हो।
खासकर मैं अपने सिनिअर्स से कहना चाहूँगा

चैन से सोना हैं तो जाग जाओ पाण्डेय को देखो तो भाग जाओ

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